भारतीय परंपरा के अनुसार धरती यानी भूमि पर बैठकर खाना खाने की परंपरा वैदिक काल से रही हैं।
लेकिन आधुनिकता की दौड़ में हम अपनी परंपराओं को भुलाकर पाश्चात्य संस्कृति में रंगते जा रहे हैं। लेकिन ये बातें जरूर आजमाएं
- जब आप जमीन पर बैठते हैं तो सुखासन में बैठते हैं, जो कि पाचन में मदद करने वाली मुद्रा है। जब आप भोजन करने के लिए इस मुद्रा में बैठते हैं तो पेट से जुड़ी समस्याएं कम होती है।
- यदि पद्मासन में भोजन के लिए बैठते हैं, तो आपकी निचली पीठ, पेट के आसपास और पेट की मांसपेशियों में खिंचाव होता है। जिसके कारण डाइजेस्टिव सिस्टम आराम से अपना काम कर...
Saturday, 15 July 2017
Monday, 26 June 2017
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती / सोहनलाल द्विवेदी
लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती
नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है
चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है
चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है
आख़िर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती
डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है
जा जा कर खाली हाथ लौटकर आता है
मिलते नहीं सहज ही मोती गहरे पानी में
बढ़ता दुगना उत्साह इसी हैरानी में
मुट्ठी उसकी खाली हर बार नहीं होती
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती
असफलता एक चुनौती है, स्वीकार करो
क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो
जब...