घर किराये पर देना आजकल आमदनी का एक हिट ज़रिया बन चुका है। लेकिन जितना इसमें फायदा है उतना ही जोखिम भी है। ऐसे कई मामले देखने में आए हैं जब किरायेदार मकानों में जम बैठे और मकान मालिक सिर धुनते रह गए। आपके साथ ऐसा कुछ न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए क्या-क्या कदम उठाने ज़रूरी हैं
किरायेदार का बैकग्राउंड जांचेंकागज़ी कार्रवाई करने से पहले
किरायेदारों का पूरा आगा-पीछा जान लेना बेहद ज़रूरी है। चाहें तो अपने स्तर
पर पता करवाएं या उनसे उनका कोई रेफरेंस सर्टिफिकेट मांगें। हो सके तो
उनके पुराने मकान मालिक से भी मिलें। उनका वैध पर्मानेंट पता लेकर...